मुझे लगता है कि दिन के इस समय समुद्र को देखकर क्या हो रहा है, इसकी असत्यता महसूस होती है
भालू पानी की रखवाली चट्टानों पर इतनी अच्छी तरह से करना है कि
और केवल मन ही यह निर्धारित कर सकता है कि धोखा कहाँ है
हो सकता है कि आपने कुछ खोया न हो । आप बस इसके बारे में भूल गए
अब मैं समुद्र में तैरने जा रहा हूं, मुझे आशा है कि मैं जेलीफ़िश पर ठोकर नहीं खाऊंगा
मुझे याद है कि आपने मुझे अपनी आत्मा को सबसे प्रिय शहर कैसे दिया
समुद्र इतना शांत है कि मैं इसे लगातार देखना चाहता हूं
पानी इतना अप्रिय है कि यह पूरी तरह से पत्ती को अवशोषित कर लेता है
अफसोस की बात है कि सूर्यास्त को देखते हुए, हम इस क्षण में बार - बार जीवित समुद्र की सांस के साथ सांस लेते हैं